13 Sep, 2023 | By : Rosemine
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग ‘इंजीनियरिंग’ का ऐसा फील्ड है, जिसमे आप एयरक्राफ्ट और स्पेसक्राफ्ट डेवेलोप करना सीखेंगे। इसे इंजीनियरिंग की सबसे मुश्किल ब्रांचों में से एक कहा जाता है। एक बार कोर्स कम्प्लीट कर लिया जाय, तो करियर को जैसे पंख लग जाते हैं। इसलिए अगर आप इस एरिया में उतरने की सोच रहे हैं, तो पूरी तैयारी और पक्के इरादे के साथ ही उतरियेगा।
Aerospace Engineering is a branch of engineering that aims at equipping students with relevant skills and knowledge to design and manufacture spacecrafts, aircrafts and other related systems. This technical job requires a high attention to detail and needs professionals with excellent numeracy and IT skills. To become an aerospace engineer, one needs to pursue a B.Tech as a first step and can head to a Master’s in a specialization.
Aerospace Engineering की मैनली दो ब्रांचेस हुआ करती हैं।
2. Astronautical Engineering
Aerospace Engineering की स्टडी करने के बाद जब आप एक Aerospace Engineer के तौर पर तैयार होंगे, तो आपके पास Aerodynamics, Materials, Structures, Propulsion, Vehicles Dynamics & Control और Software की इन्डेफथ नॉलेज और स्किल्स होंगी। और तब आपके पास पास बहुत से करियर ऑप्शन अवेलेवल होंगे, जिनमे प्राइमरी ऑप्शन तो एयरोस्पेस इंडस्ट्री ही होगी। जहाँ पर आप एयरक्राफ्ट प्रोडक्शन मैनेजर्स, एयरोस्पेस डिजाइन चेकर, मैकेनिकल डिजाइन इंजीनियर्स, असिस्टेंट टेक्निकल ऑफिसर्स और थर्मल डिजाइन इंजीनियर की पोजीशन पर काम कर सकते हैं। लेकिन, उसके अलावा भी आप सिस्टम्स एंड सॉफ्टवेयर सप्लायर्स, कारपोरेट लैब्स, गवर्नमेंट लैब्स और यूनिवर्सिटीज में अपने लिए बेस्ट ओप्पोरच्युनिटी गेन कर सकते हैं।
As an aerospace engineer, you would work in the various fields including research, testing and production and maintenance. Skills that are necessary to make a career in aerospace engineering include analytical skills, great communication skills, IT, Numeracy, problem solving and many more. You will gain these skills during your B.Tech in Aeronautical Engineering course.
ये तीन साल का डिप्लोमा प्रोग्राम होता है, जिसमे आप एयरक्राफ्ट और स्पेसक्रॉफ्ट के बारे में थ्योरेटिकल और प्रैक्टिकल नॉलेज ले पाएंगे। इस कोर्स में एडमिशन के लिए आपको किसी रेकग्नाइज्ड बोर्ड से क्लास 10th मिनिमम 45% के साथ क्लियर करनी होगी। और टॉप कॉलेज में एड्मिशन के लिए आप Aircraft Maintenance Engineering Common Entrance Test (AME CET) क्वालीफाई कर सकते हैं।
इस कोर्स की फीस इंस्टिट्यूट के अकॉर्डिंग 2 से 4 लाख रूपये तक हो सकती है और AME CET से आपको 100% तक की स्कालरशिप भी मिल सकती है।
इस कोर्स को कम्प्लीट करने के बाद ISRO, DRDO, Hindustan Aeronautics Limited (HAL) और National Aerospace Laboratories (NAL) जैसी आर्गेनाइजेशंस में प्लेसमेंट के ऑप्शंस ओपन हो सकते हैं।
B.Tech Aerospace Engineering 4 साल का अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है। ये कोर्स स्टूडेंट्स को सभी Airborne Vehicles जैसे कि सिविल एयरक्राफ्ट, मिसाइल, स्पेस शटल्स और रॉकेट्स की डिजाइन और फंक्शनिंग सिखाता है। ये डिग्री कोर्स फिजिकल साइंस और मैथमैटिक्स की स्टडी और प्रैक्टिस पर फोकस करता है ताकि रिसर्च की जा सके, जिसमे एडमिशन के लिए आपको 10+2 क्लास कम से कम 60% मार्क्स से क्लियर करनी होगी। उसमे आपके कम्पलसरी सब्जेक्ट्स फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स होना चाहिए।
Aerospace Engineering में Bachelor’s Degree Complete करने के बाद आप Aerospace Engineer बनने के लिए तैयार हो जायेंगे, लेकिन अगर आप अपनी स्किल्स, नॉलेज, ओप्पोरच्युनिटीज़ और बेस्ट प्लेसमेंट ऑफर के चान्सेस इंक्रीज करना चाहते हैं, तो आपको पोस्ट ग्रेजुएशन यानि मास्टर्स डिग्री भी लेनी चाहिए और इसके लिए एमटेक परफेक्ट कोर्स रहेगा।
दोस्तों एक एयरोस्पेस इंजीनियर बनने के लिए आपको पहले 12वीं पास करनी है साइंस (PCM) की स्ट्रीम से और दोस्तों आप की साइंस की स्ट्रीम में
फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स (PCM) यह तीन सब्जेक्ट होने चाहिए मतलब बायोलॉजी सब्जेक्ट लेने वाला स्टूडेंट भविष्य में एयरोस्पेस इंजीनियर नहीं बन सकता।
क्योंकि इंजीनियर बनने के लिए मैथमेटिक्स का होना काफी ज्यादा जरूरी है और दोस्तों आप मैथमेटिक्स में काफी ज्यादा स्ट्रांग होने चाहिए। अगर दोस्तों आपका मैथमेटिक्स स्ट्रांग नहीं है तो दोस्तों आपको एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। 12वीं पास करने के बाद आपको IIT, JEE एंट्रेंस एग्जाम देना है। बिना एंट्रेंस एग्जाम के आपको एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में एडमिशन नहीं मिलेगा तो दोस्तों ध्यान रखिएगा कि आपको एंट्रेंस एग्जाम जरूर देनी है।
Aerospace Engineering Course के कम्पलीट होने पर आपके पास Research Associates, Engineers, Executives, Head of Operations, R&D Executive और Research Scientist जैसे कई जॉब पोज़िशन्स में से चूज करने का चांस होगा। और अगर आप एक ब्रिलिएंट और स्किल्ड कैंडिडेट के रूप में तैयार होंगे, तो आपको हायर करने में DRDO, ISRO, TATA, INDIGO और Air India पीछे नहीं रहने वाली। इसलिए कोर्स कंप्लीशन पर स्किल्ड बनकर ही निकलिएगा ताकि आपके हाँथ में केवल डिग्री ना हो, बल्कि स्किल्स और हाई पोजीशन पर पहुँच पाने का कॉन्फिडेंस भी हो। लेकिन, अगर आप फर्दर स्टडी में इंट्रेस्टेड हैं और एजुकेशनल इंस्टीटूशन्स में लेक्चरर के तौर पर खुद को देखना चाहते हैं, तो आप Aerospace Engineering में PhD कर सकते हैं।
Aeronautical / Aerospace engineering is very interesting and a different course than the other ones. So if you want to become a good aerospace engineer, then please keep in mind the following points:
मुझे उम्मीद है कि मैं इन सारे सवालों का जवाब इसका से दे पाया हूं अगर फिर भी आपके मन में कोई भी प्रश्न तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं। आपका हमारा आर्टिकल कैसा लगता है यह भी आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
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