09 Sep, 2023 | By : Rosemine
Civil engineering is the professional practice of designing and developing infrastructure projects. This can be on a huge scale, such as the development of nationwide transport systems or water supply networks, or on a smaller scale, such as the development of individual roads or buildings.
सिविल इंजीनियरी, व्यावसायिक इंजीनियरिंग की एक शाखा है जो कि भौतिक और प्राकृतिक रूप से बने परिवेश में पुल , सड़क , नहरें , बाँध और भवनों आदि के डिजाइन, निर्माण और रखरखाव से जुड़ी है।
दोस्तों आज की इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है की सिविल इंजीनियर क्या है (What is Civil Engineer in Hindi) सिविल इंजीनियर कैसे बने पूरी जानकारी (How to Do Civil Engineer in Hindi) सिविल इंजीनियर बनने की योगयता क्या होना चाहिए (Eligibility for Civil Engineer) सिविल इंजीनियर में करियर स्कोप क्या है तो आज में आपको पूरी डिटेल्स में बताऊंगा ये सब के बारे में तो इसलिए आप ये आर्टिकल पड़ते रहिये।
इंजीनियरिंग के किसी भी ब्रांच में दाखिला लेने से पहले हमें उस ब्रांच के बारे में सारी जानकारी जुटा लेनी चाहिए। ताकि हम उस ब्रांच के भविष्य और उस ब्रांच में क्या होता है उसके बारे में जान सकें और अपनी मेहनत भी अच्छी तरह से कर सकें।
सिविल इंजीनियर क्या है (What is Civil Engineer in Hindi)
दोस्त सिविल इंजीनियर सबसे पुराने इंजीनियरिंग ब्रांच में सबसे पसंदीदा ब्रांच में से एक है। civil engineering में आपको infrastructure के बारे में पढ़ाया जाता है। सिविल इंजीनियरिंग में आपको हर तरह के construction work के बारे में पढ़ाया जाता है जैसे कि.
दोस्तों सिविल इंजीनियरिंग में आप 3 तरह के कोर्स कर सकते हैं।
Diploma in civil engineer में आपको सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा का सर्टिफिकेट मिलता है यह कोर्स 3 साल का होता है।
Diploma in civil engineer के लिए आपको किसी की मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं या 12वीं की परीक्षा math chemistry physics विषय से पास करनी होती है।
आपको अपने 10वीं या 12वीं में कम से कम 60% अंक लाने होते हैं।
B.Tech in civil engineering एक प्रोफेशनल अंडर ग्रेजुएशन का कोर्स है जिसमें आपको सिविल इंजीनियरिंग में Bachelor of Technology की डिग्री मिलती है।
बी.टेक इन सिविल इंजीनियरिंग 4 साल का कोर्स है।
इस कोर्स के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं की परीक्षा math, science विषय से कम से कम 60% से लेकर 75% अंकों के साथ पास करनी होती है।
दोस्तों इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लेने के लिए हमारे देश में एक नेशनल लेवल की इंजीनियरिंग एंट्रेंस परीक्षा आयोजित होती है आप इस परीक्षा के द्वारा हमारे देश के बहुत सारे सरकारी और प्राइवेट कॉलेज में इंजीनियरिंग कोर्स कर सकते हैं।
Jee mains or jee advanced नेशनल लेवल की इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम की परीक्षा है।
M.tech in civil engineering एक professional post graduation का कोर्स है। इसमें आपको सिविल इंजीनियरिंग में मास्टर्स की डिग्री मिलती है।
M.tech in civil engineering 2 साल का कोर्स है और इस कोर्स के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक करना होता है। आपको अपने अंतिम वर्ष में कम से कम 60% अंक लाने होते हैं।
सिविल इंजीनियरिंग में m.tech करने के लिए आपको गेट की परीक्षा देना अनिवार्य है और आपको गेट में अच्छा अंक लाना भी अनिवार्य है तभी आप को किसी अच्छे कॉलेज में एमटेक कोर्स में दाखिला मिलेगा।
दोस्तों जैसे कि अभी इंजीनियरिंग युवाओं की पहली पसंद बन गया है इस चीज को देखते हुए आज हमारे देश में बहुत सारी इंजीनियरिंग कॉलेजेस हैं सरकारी और प्राइवेट जहां से आप सिविल इंजीनियरिंग का कोर्स कर सकते हैं।
दोस्तों अब हम हमारे देश के top civil engineering college के बारे में जानेंगे। दोस्तों इन कॉलेजेस में दाखिला लेने के लिए आपको प्रवेश परीक्षा अनिवार्य है इसीलिए आप अपनी 12वीं के साथ-साथ इन कॉलेज में दाखिला लेने के लिए इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा की तैयारी शुरू कर दें।
सिविल इंजीनियरिंग में काफी करियर स्कोप है क्योंकि BE/BTech सिविल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स प्राइवेट सेक्टर और पब्लिक सेक्टर दोनों क्षेत्रों में आशाजनक अवसर तलाश सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सरकारी क्षेत्र में सिविल इंजीनियरिंग की अपार संभावनाएं हैं। आइए जानते हैं इन सरकारी कंपनियों के नाम-
इन पब्लिक सेक्टर के आर्गेनाइजेशन में भारतीय रेलवे, ONGC, PWD और BHEL में कई रिक्त पद उपलब्ध हैं और भारत में सिविल इंजीनियरिंग का सबसे अधिक स्कोप प्रदान करती हैं!
सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर्स कोर्स 4 साल का होता है।
प्राइवेट सेक्टर में किसी सिविल इंजीनियर को शुरूआती दौर में INR 25,000-35,000 महीना तक की सैलरी मिल सकती है। कुछ सालो का अनुभव हो जाने के बाद उस आधार पर 3-4 साल में 1 लाख INR महीना तक की कमाई कर सकते है। वहीं यूके में सिविल इंजीनियर की सालाना औसत सैलरी GBP 37,053 (INR 37.05 लाख) होती है।
सिविल इंजीनियरिंग एक प्रोफेशनल ब्रांच है जिसमें बुनियादी सुविधाएं यानी इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाएं की प्लानिंग, डिज़ाइन, कंस्ट्रक्शन और रखरखाव के बारे में सिखाया जाता है।
इंजीनियरिंग के मुख्य कोर्सेज इस प्रकार हैं:
1. मैकेनिकल इंजीनियरिंग
2. सिविल इंजीनियरिंग
3. ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
4. पैकेजिंग टेक्नोलॉजी
5. इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
दोस्तों इस आर्टिकल में आपने सिविल इंजीनियरिंग के बारे में जाना है और इस आर्टिकल में मैंने कोशिश की आपको सिविल इंजीनियरिंग से जुड़े हर सवालों के जवाब को विस्तार से दे सकें।
इस आर्टिकल में मैंने आपको निम्नलिखित सवालों के जवाब दिए हैं।
मुझे उम्मीद है कि मैं इन सारे सवालों का जवाब इसका से दे पाया हूं अगर फिर भी आपके मन में कोई भी प्रश्न तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं। आपका हमारा आर्टिकल कैसा लगता है यह भी आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
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