02 Nov, 2023 | By : Rosemine
बैचलर ऑफ एजुकेशन (B.Ed) तथा डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन (D.El.Ed) दोनों ही शिक्षण से संबन्धित कोर्स हैं। अक्सर शिक्षक बनने के इच्छुक अभयहारथी इन दोनों कौर्सेज़ को लेकर उलझन में रहते हैं, कि उनके लिए कौनसा कोर्स चुनना लाभप्रद रहेगा। यदि आप भी शिक्षण क्षेत्र में रुचि रखते हैं एवं दोनों में से किसी एक कोर्स के चुनाव को लेकर कन्फ्युज हैं, तो इस लेख को अवश्य अंत तक पढ़ें। इस लेख में हम आपको इन दोनों कोर्स से संबन्धित विस्तृत तथा लाभदायक जानकारी प्रदान करेंगे।
आपको बता दें, बैचलर ऑफ एजुकेशन (B.Ed) तथा डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन (D.El.Ed) दोनों ही द्विवर्षीय प्रोग्राम हैं। जहां एक ओर बीएड एक डिग्री कोर्स है, वहीं डीएलएड एक डिप्लोमा कोर्स है। आइए जानते हैं, आपकी रुचि के अनुसार आपके लिए कौनसा कोर्स चुनना बेहतर होगा।
s.no. | B.ed | D.el.ed |
1. | B.Ed का फुल फॉर्म होता है बैचलर इन एजुकेशन (Bachelor in Education) इसे हिंदी में शिक्षा में स्नातक भी कहते हैं| | D.El.Ed का फुल फॉर्म होता है डिप्लोमा एलीमेंट्री एजुकेशन कोर्स (Diploma in Elementary Education Course) ऐसे हिंदी में है| |
2. | बीएड एक डिग्री है| | डी.एल.एड एक डिप्लोमा है| |
3. | यह 2 साल का प्रोफेशनल कोर्स है,जिसमें 4 सेमेस्टर होते हैं| | यह भी 2 साल का कोर्स होता है,जिसमे 4 सेमेस्टर होते है| |
4. | बीएड को ग्रेजुएशन के बाद कर सकते हैं| | डी.एल.एड कोर्स को पहले12th पास के बाद किया जाता था| अब इसे स्नातक स्तर (Graduation level ) पर कर दिया गया है| |
5. | बीएड में प्रवेश परीक्षा (Entrance exam) होती है| | डी.एल.एड में भी प्रवेश परीक्षा (Entrance exam) होती है| |
6. | बीएड करने के लिए ग्रेजुएशन में कम से कम 50% से 55% तक पास होना जरूरी है| | डी.एल.एड में भी ग्रेजुएशन में कम से कम 50% से 55% तक पास होना जरूरी है| |
7. | टीचर बनने के लिए TET और CTET दोनों Exams पास करने होते है| | टीचर बनने के लिए TET और CTET दोनों Exams पास करने होते है| |
8. | b.ed के लिए प्रवेश परीक्षा अंग्रेजी(english), सामान्य ज्ञान (general knowledge), बुनियादी अंकगणित (basic arithmetic) सहित विभिन्न विषयों (subject) पर बेस्ड होती है| | D.el.ed के लिए प्रवेश परीक्षा अंग्रेजी(english), हिंदी(hindi), गणित(math), विज्ञान(science) और सामाजिक विज्ञान(general science) पर क्लास 10th (level) स्तर तक बेस्ड होती है| |
B.Ed एंड D.El.Ed दोनों कोर्स अपने अलग-अलग शिक्षण कौशल (Teaching skills) में समान होंगे, ये शिक्षण पाठ्यक्रम (Teaching course) है|
प्रशिक्षण कार्यक्रम (Training program) पूरी तरह से अलग है B.ed और डीएलएड कोर्स के बीच कई अंतर है|
B.Ed शिक्षा में स्नातक की डिग्री (Bachelors degree in Education) है|
जबकि D.el.ed शिक्षा में डिप्लोमा(Diploma in Education) है|
बी.एड एक स्नातक शैक्षणिक प्रशिक्षण कार्यक्रम (Undergraduate Academic Training Program) है जो स्नातकों (graduates) को स्कूलों में शिक्षकों के रूप में तैयार (ready to be teachers) करता है|
B.ed और D.El.Ed उन छात्रों (Students) के लिए सबसे अच्छा है|
जो शिक्षण क्षेत्र (Teaching field) में अपना करियर बनाना चाहते हैं इन दोनों कार्यक्रमों (Programs) को आगे बढ़ाने की योग्यता (Qualification) भी अलग-अलग है|
B.Ed कोर्स टीचर बनने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण कोर्स है, B.Ed का फुल फॉर्म होता है बैचलर इन एजुकेशन (Bachelor in Education) इसे हिंदी में शिक्षा में स्नातक भी कहते हैं|
यह 2 साल प्रोफेशनल का कोर्स है जिसमें 4 सेमेस्टर होते हैं इसमें अलग-अलग सब्जेक्ट्स की पढ़ाई करनी होती है|
जिसे कोई भी ग्रेजुएशन के बाद कर सकते हैं इस कोर्स को करने का मुख्य उद्देश्य होता है शिक्षक बनना (To become a Teacher)|
जो स्कूल के रूप में काम करने के लिए ग्रेजुएशन के बाद किया जाता है नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर (एनसीटीई) के अनुसार सभी शिक्षकों के पास B.Ed होना आवश्यक है|
यह कोर्स बैचलर डिग्री कंप्लीट करने के बाद किया जाने वाला कोर्स है इसको में आपको खासतौर पर टीचिंग के लिए तैयार किया जाता है|
B.Ed कोर्स के माध्यम से आप प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक के रूप में सेवा प्रदान कर सकते हैं|
B.Ed करने के लिए आपके पास जरूरी योग्यता (Qualification) होनी चाहिए|
Exam Type- Semester wise
Duration- 2 year
डीएलएड (D.El.Ed) को पहले बीटीसी (Btc) भी कहा जाता था,अब उसका नाम (Btc) से बदलकर D.El.Ed कर दिया गया है| इसे डीएड (D.Ed) के नाम से भी जाना जाता है|
ये एक डिप्लोमा कोर्स (Diploma course) है,पहले इसे 12th पास के बाद किया जाता था| अब इसे स्नातक स्तर (Graduation level ) पर कर दिया गया है
D.El.Ed एक डिप्लोमा एलीमेंट्री एजुकेशन कोर्स (Diploma in Elementary Education Course) है|
जो 2 साल का कोर्स होता है जिसको 4 सेमेस्टर में बांटा गया है, जो स्कूल के रूप में काम करने के लिए ग्रेजुएशन के बाद किया जाता है|
डीएलएड में प्राइमरी/अप्पर प्राइमरी टीचर की ट्रेनिंग दी जाती है डीएलएड में 1st से 8th तक की क्लास के बच्चों को पढ़ाने की ट्रेनिंग दी जाती है|
Exam Type- Semester wise
Duration- 2 year
बैचलर ऑफ एजुकेशन (B.Ed) | डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन (D.El.Ed) |
– प्राथमिक शिक्षक (PRT) (कक्षा 1 से 5) – कनिष्ठ शिक्षक (Junior Teacher) (कक्षा 6वीं से 8वीं) – प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (TGT) (कक्षा 9वीं तथा 10वीं) – प्रवक्ता (PGT) (कक्षा 11वीं तथा 12वीं) – एल टी ग्रेड शिक्षक (L.T. Grade) – नवोदय विद्यालय संगठन (NVS) (कक्षा 6वीं से 12वीं) – केन्द्रीय विद्यालय संगठन (KVS) – दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (DSSSB) |
– प्राथमिक शिक्षक (PRT) (कक्षा 1 से 5) – कनिष्ठ शिक्षक (Junior Teacher) (कक्षा 6वीं से 8वीं) – केन्द्रीय विद्यालय संगठन (KVS) (केवल PRT) |
Job Role | Salary of a D. El. Ed | Salary of a B. Ed |
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Private Teacher | INR 2.4 LPA | INR 3 LPA |
Content Writer | INR 2.43 LPA | INR 2.8 LPA |
Counselor | INR 2.41 LPA | INR 3 LPA |
Government Teacher | INR 4.2 LPA | INR 5 LPA |
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