28 Sep, 2023 | By : Rosemine
ऐसी ही एक स्पेशल ब्रांच है फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग है जो एक इंटरडिसिप्लिनरी है। यह ब्रांच आग और धुएं के खतरों से लोगों और महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षित रखने और सुरक्षा सुनिश्चित करने से संबंधित है।
सेफ्टी और फायर इंजीनियरिंग एक अनूठा कोर्स है जो छात्रों को आग के खिलाफ सुरक्षा का वातावरण बनाने के लिए स्किल्स सिखाता है। यह कोर्स सक्षम अग्नि सुरक्षा पेशेवरों को विकसित करने के उद्देश्य से है और यह लोगों, पर्यावरण और संपत्ति को आग से बचाने के लिए आवश्यक विभिन्न तरीकों और तकनीकों को शामिल करता है।
सेफ्टी और फायर इंजीनियरिंग कोर्स में छात्रों को आग से संबंधित खतरनाक स्थितियों की आशंका और उनसे निपटने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह कार्यक्रम छात्रों को उन डिजाइनों को विकसित करने में सक्षम बनाता है जो अग्नि संरक्षित हैं और सुरक्षा संबंधी प्रक्रियाओं या योजनाओं को विकसित करते हैं।
सेफ्टी एंड फायर इंजीनियरिंग कोर्स का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को लोगों, संपत्ति और पर्यावरण की सुरक्षा से संबंधित क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए तैयार करना है।
फायर एंड सेफ्टी इंजीनियर बनने के कुछ मुख्य कारण नीचे दिए गए हैं:
फायर और सेफ्टी इंजीनियरिंग के डिग्री ( Degree ) और डिप्लोमा कोर्स ( Diploma Course ) में दाखिला लेने के लिए आपको कैमिस्ट्री, फिजिक्स अथवा गणित विषयों के साथ कम से कम 50 प्रतिशत अंको के साथ 12वीं पास होना जरूरी है। वहीं इसके BE (Fire) के डिग्री कोर्स के लिए ऑल इंडिया एंट्रैस एग्जाम भी होता है। इसके अलावा फायर और सेफ्टी इंजीनियरिंग में करियर बनाने के लिए शारीरिक योग्यता भी देखी जाती है, पुरूषों के लिए न्यनतम लंबाई 165 सेंमी. वजन 50 किग्रा., वहीं महिलाओं के लिए न्यूनतम लंबाई 157 सेंमी. और वजन 46 किग्रा. होना चाहिए। आखों की बात करें तो नजरें दोनों के लिए 6/6 होनी चाहिए और उम्र 19 से 23 वर्ष होना चाहिए।
फायर एंड सेफ्टी इंजीनियर बनने के लिए टॉप कोर्सेज निम्न प्रकार से हैं:
फायर एंड सेफ्टी इंजीनियर का काम बहुत ही जिम्मेदारी भरा रहता है अतः आपके पास कुछ इंपोर्टेंट स्किल होनी चाहिए जो इस जॉब में आपकी सहायता करेगी। वे स्किल्स निम्न प्रकार से हैं:
फायर इंजीनियरिंग सबसे मुश्किल और मांग वाले क्षेत्रों में से एक है जो आग की रोकथाम से संबंधित है। यह एक खतरनाक पेशा है जिसमें सार्वजनिक सेवाओं के प्रति प्रतिबद्धता की एक मजबूत भावना की आवश्यकता होती है।
यह आग के प्रकोप से सभी जीवित प्राणियों और इमारतों की रोकथाम और संरक्षण से संबंधित है। एक फायर इंजीनियर का मुख्य काम जल्दी से निर्णय लेकर आगा में फसे लोगो को बचाना और आग पर काबू पाना होता है।
फायर इंजीनियरिंग सुरक्षा कारणों को प्रदान करने और जीवन स्तर को बढ़ाने के लिए दिन-प्रतिदिन होने वाली कार्य-क्षमता को कम करने से संबंधित है। यह आग की घटना और इसके प्रभाव को समझने में मदद करता है।
सुरक्षा और फायर इंजीनियरिंग के खेत्र में अवसरों की कमी नहीं है बस आप अपने काम में अच्छी स्किल्स रखते है तो आसानी से आपको अच्छी नौकरी मिल सकती है।
सुरक्षा और फायर इंजीनियरिंग स्नातकों के पास सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों, रक्षा सेवाओं, तेल और प्राकृतिक गैस क्षेत्र, निर्माण क्षेत्रकार, ऑटोमोबाइल उद्योग, हवाई अड्डों, स्वास्थ्य संस्थानों और अस्पतालों में हर जगह कैरियर के काफी अच्छे अवसर हैं।
हाल के दिनों में, भारत और विदेशों दोनों में फायर इंजीनियरों की भारी मांग आयी है, जिससे उन्हें करियर के कई विकल्प मिल रहे हैं। स्नातक को सेफ्टी इंस्पेक्टर, फायर सुपरवाइजर, सेफ्टी इंजीनियर, फायर मेन, सब ऑफिसर, सेफ्टी ऑफिसर, एचएसई इंजीनियर, सेफ्टी सुपरवाइजर, एचएसई एडवाइजर, सेफ्टी असिस्टेंट, फायर प्रोटेक्शन टेक्नीशियन और फायर ऑफिसर जैसे सेफ्टी प्रोफेशनल्स के रूप में नियुक्त किया जा सकता है।
सरकारी क्षेत्र में, रक्षा बलों, रेलवे, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, बिजली बोर्डों, C.I.S.F., ONGC, खान, रिफाइनरीज, पेट्रोकेमिकल परिसरों, फायर ब्रिगेड या ऐसे अन्य संगठनों में नौकरियां हैं। चूंकि सुरक्षा एक प्रमुख चिंता का विषय है, इसलिए रिलायंस एनर्जी जैसी अधिकांश स्थापित कंपनियां अपनी कंपनी को किसी भी अप्रिय घटना से बचाने के लिए फायर कर्मियों को नियुक्त करती हैं।
फायर इंजीनियरिंग फिल्ड में शुरूआती तौर पर आप 15 से 25 हजार रूपये महीना कमा सकते है। इस फिल्ड में अच्छा एक्सपीरियंस रखने वाले 1 से 1.50 लाख रूपये महीना तक कमा सकते है। वहीं 15 से 20 साल के एक्सपीरियंस के बाद आप खुद की फायर सेफ्टी एजेंसी भी शुरू कर सकते है। विदेश में आप की स्टार्टिंग सैलरी 70 हजार से 1 लाख होती है।
सेफ्टी इंजीनियर क्या होता है?
फायर सेफ्टी इंजिनियर का काम आग बुझाना, आग में फंसे हुए लोगों को बचाना, प्राकृतिक अथवा मानव निर्मित आपदा से जान- माल को बचाना और उन्हें सुरक्षित स्थान अथवा हॉस्पिटल तक पहुँचाना है।
सेफ्टी ऑफिसर की सैलरी कितनी होती है?
एक सेफ्टी ऑफिसर की सैलरी रु. 20,000/- से लेकर रु. 80,000/- तक हो सकती है।
सेफ्टी ऑफिसर बनने के लिए क्या करना पड़ेगा?
इसके लिए फायर एंड सेफ्टी से जुड़ा डिप्लोमा अथवा डिग्री कोर्स करना पड़ेगा।
सेफ्टी इंजीनियर कोर्स कितने साल का होता है?
3 से 4 वर्ष
आपने देखा कि Fire Safety Engineering Course करने के बाद जॉब की भरपूर संभावनाएं है। सुरक्षा एक ऐसा विषय है जिसकी डिमांड हर एक क्षेत्र में है। इसलिए फायर इंजीनियरिंग का कोर्स करके आप लोगों को सुरक्षित रखते हुए अपना जीवन संवार सकते हैं।
रोज़माइन एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट पटना आपको "स्कॉलरशिप प्रोग्राम संकल्प" के माध्यम से 100% स्कॉलरशिप प्रदान करता है, अवसर पाने के लिए रोज़माइन से जुड़ें या संपर्क करें | हमारे बारे में अधिक जानने के लिए कॉल करें या हमारी वेबसाइट पर जाएँ
Contact Number : - 8010786787
Website - www.rosemine.in