10 Oct, 2023 | By : Rosemine
इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनयिरिंग के एक शाखा है या आसान भाषा में कहें तो एक हिस्सा है। जिसमें आप स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं। इंजीनियरिं में इतने कोर्स है जो पारंपरिक कोर्स हैं जिन्हीं से कई तरह के नए कोर्स उभर कर आ रहे हैं जो एक क्षेत्र में आपको विशेषज्ञता प्रदान करते हैं और आपको उस एक विषय की जानकारी विस्तार से देते हैं। उसी तरह से इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग कोर्स है, जिसमें आप बीटेक की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं और उसके बाद नौकरी कर सकते हैं और चाहें तो उच्च शिक्षा की ओर भी आगे जा सकते हैं।
B.Tech Instrumentation & Control Engineering या इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी एक अंडर-ग्रेजुएट इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स है। इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग की एक विशेष शाखा है, जो मापने वाले उपकरणों के सिद्धांत और संचालन पर केंद्रित है, जिनका उपयोग स्वचालित प्रणालियों के डिजाइन और कॉन्फ़िगरेशन में किया जाता है।
इस डिग्री के तहत आमतौर पर अध्ययन किए जाने वाले विषय इंजीनियरिंग गणित, इंस्ट्रूमेंटेशन के मूल सिद्धांत, रैखिक एकीकृत सर्किट, औद्योगिक प्रबंधन, एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग, माप मूल बातें, मेट्रोलॉजी, ट्रांसड्यूसर, मैकेनिकल माप, औद्योगिक उपकरण, एनालॉग इलेक्ट्रॉनिक्स, डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स, सिग्नल और सिस्टम, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक हैं। माप, नियंत्रण प्रणाली और प्रक्रिया नियंत्रण, आदि। इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रम की अवधि चार साल है।
बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी कोर्स में प्रवेश के लिए छात्र को साइंस स्ट्रीम से पढ़ा होना अनिवार्य है।
- कक्षा 12वीं पास छात्र कोर्स के लिए आवेदन कर सकता है।
- 12वीं की अंतिम परीक्षा देने वाला उम्मीदवार प्रेवश परीक्षा के लिए आवेदन कर सकता है और मेरिट अधार पर प्रवेश प्रदान वालें संस्थानों के लिए आवेदन कर सकता है।
- कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों को 12वीं में कम से कम 50 प्रतिशत अंकों की आवश्यकता है। (मेरिट आधार पर प्रवेश के लिए 12वी में अच्छा प्रदर्शन करन की आवश्यकता है।)
- यदि आपक किसी आरक्षित श्रेणी से हैं तो आपको अंकों 5 प्रतिशत की छूट प्राप्त है। इसका अर्थ है कि आप 45 प्रतिशत पर कोर्स के लिए आवेदन कर प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
- आयु सीमा की बात करें तो कोर्स में प्रवेश के लिए आयु सीमा 17 से 23 है लेकिन आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को इसमें भी छूट प्राप्त है।
भारत में शीर्ष बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए, उम्मीदवारों को राष्ट्रीय या विश्वविद्यालय स्तर की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। प्रवेश परीक्षाओं के अलावा, कॉलेज बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए विभिन्न तरीकों का भी उपयोग करते हैं। बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम के लिए दो प्रकार की प्रवेश प्रक्रियाएं नीचे दी गई हैं:
अपने बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों के पास कौशल का एक अनूठा सेट होना आवश्यक है। बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम वाले छात्रों को इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित क्षमताओं की आवश्यकता होगी:
Problem-solving | Critical thinking |
Communication Skills |
teamwork |
Detailed oriented |
Good knowledge of instruments |
Research Skills |
Strong analytical skills |
बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम शुरू करने से पहले, छात्रों को बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग विषयों की समीक्षा करनी चाहिए
B.Tech Instrumentation & Control Engineering Semester-I |
|
Sr. No. |
Subjects of Study |
1 |
Computer Programming |
2 |
Engineering Drawing |
3 |
Environmental Studies |
4 |
Elements of Electrical Engineering & Electronics or Engineering Mechanics |
5 |
Mathematics |
6 |
Physics or Chemistry |
7 |
Workshop Practice |
B.Tech Instrumentation & Control Engineering Semester-II |
|
1 |
Computer Programming-II |
2 |
Engineering Drawing-II |
3 |
Mathematics-II |
4 |
Physics or Chemistry |
5 |
Workshop Practice-II |
B.Tech Instrumentation & Control Engineering Semester-III |
|
1 |
Control Theory and Digital Technique |
2 |
Electrical Technology |
3 |
Engineering Economics & Business Management |
4 |
Fundamentals of Mechanical Engineering |
5 |
Mathematics-III |
6 |
Simulation Packages |
B.Tech Instrumentation & Control Engineering Semester-IV |
|
1 |
Circuit Theory and Control System Design |
2 |
Electrical Engineering Material |
3 |
Linear Electronics |
4 |
Microprocessor |
5 |
Mathematics-IV |
B.Tech Instrumentation & Control Engineering Semester-V |
|
1 |
Applied Electronics |
2 |
Control System Components |
3 |
Electrical and Electronic Measurements |
4 |
Instrumentation System |
5 |
Measurement Technique |
6 |
Micro-Controller and its Applications |
B.Tech (Instrumentation & Control Engineering) Semester-VI |
|
1 |
Biomedical Instrumentation |
2 |
Industrial Electronics |
3 |
Measurement Technique-II |
4 |
Process Control |
5 |
Visual Application Development Lab |
B.Tech Instrumentation & Control Engineering Semester-VII |
|
1 |
Digital Signal Processing |
2 |
Industrial Drives & Control |
3 |
Nonlinear & Digital Control |
4 |
Process Control-II |
5 |
Minor Project |
B.Tech Instrumentation & Control Engineering Semester-VIII |
|
1 |
Major Project |
बीटेक बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग की फीस उस विश्वविद्यालय के आधार पर अलग-अलग होती है जहां छात्र जाते हैं। उन्हें इस बात पर विचार करना चाहिए कि अपनी पसंद के बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला लेने में उन्हें कितना खर्च आएगा। एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज की औसत पाठ्यक्रम फीस 2 लाख रुपये से 5 लाख रुपये और निजी कॉलेजों के लिए 6 लाख रुपये से 12 लाख रुपये के बीच है।
इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग में बीटेक कई क्षेत्रों में कई अवसर प्रदान करता है। यह कार्य प्रोफाइल की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है जहां छात्र अपने स्वयं के अनूठे विचारों को लागू कर सकते हैं। एक इंस्ट्रुमेंटेशन एवं कंट्रोल इंजीनियर किसी भी उद्योग के एक विशेष उपडोमेन में विशेषज्ञता प्राप्त करके प्रगति करेगा। यह अध्ययन का एक अंतःविषय क्षेत्र है। बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग कोर्स पूरा करने के बाद, छात्र इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री भी कर सकते हैं, जो डॉक्टरेट की पढ़ाई के लिए कई नए अवसर खोलता है, जिससे इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग में करियर को बढ़त मिलती है।
इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग उद्योगों में उपयोग किए जाने वाले स्वचालित उपकरणों या मशीनों के इंस्ट्रुमेंटेशन, नियंत्रण, डिजाइन और संचालन से संबंधित है। इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग में बीटेक स्नातकों के पास चुनने के लिए ढेर सारे करियर विकल्प हैं। बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग स्नातकों के लिए भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी ऑनलाइन बहुत बड़ी संभावनाएं हैं। उन्हें पेट्रोलियम, रासायनिक कारखानों, इस्पात निर्माण कारखानों, उपकरण निर्माण, स्थापना इकाइयों, रखरखाव फर्मों और उपकरण डिजाइनिंग फर्मों सहित विभिन्न उद्योगों में नौकरी मिल सकती है।
ऐसे उद्योगों की एक विस्तृत श्रृंखला है जहां नियंत्रण और उपकरण इंजीनियर काम करते हैं। बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग का वेतन हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होता है। बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग का वेतन भी जॉब प्रोफाइल, अनुभव और कौशल जैसे कई कारकों के आधार पर भिन्न होता है। नीचे विभिन्न बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग नौकरियों के आधार पर बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग वेतन आंकड़े दिए गए हैं।
Job Position |
Average Salary (approx.) |
Commissioning Technologist |
Rs 6 lakh p.a. |
Technician |
Rs 4.7 lakh p.a. |
Maintenance Personal |
Rs 4 lakh p.a. |
Instrumentation Engineer |
Rs 5 lakh p.a. |
Instrument Technologist |
Rs 6 lakh p.a. |
Instrument Designer |
Rs 13 lakh p.a. |
Process Control Engineer |
Rs 14 lakh p.a. |
इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल भारत में एक नया इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम है। बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग स्नातकों के पास बाजार में कम प्रतिस्पर्धा है जो उन्हें सबसे आशाजनक कैरियर पथ के लिए लाभ भी देती है।
इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियर उन उपकरणों को डिजाइन, विकसित, स्थापित और रखरखाव करते हैं जिनका उपयोग इंजीनियरिंग प्रक्रिया प्रणालियों की निगरानी और नियंत्रण के लिए किया जाता है।
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